खिले जो कमल के फूल
तो बांधे विकास के पुल
इस देश को जरुरत है सभ्यता की
न उन गंदे हातों की
इस देश को जो बचाना है तो यारो
कमल पथ पर प्रस्थान करो
धरती माँ है शुद्ध हमारी
झाड़ू से न धुल छिडको
कमल की झांकी देश में लाओ
देश की प्रगती में हात बढाओ
समय है भारत के उद्धार का
बंध घडी को फेक आओ
कमल फूलेगा.. देश बढेगा..
पूरी दुनिया को वो उर्झा देगा
देश को उजागर कमल करेगा
लालटेन को अब तुम बुझाओ
देश का भविष्य जो बनाना है
कमल को वापीस लाना है
आओ कमल के गीत गाये
नमो नमः का मंत्र पढाये..
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